LPG Cylinder Price: 1 मार्च 2025 को LPG गैस सिलेंडर की कीमतों में बढ़ोतरी दर्ज की गई है. हालांकि 1 फरवरी 2025 को गैस सिलेंडर की कीमत में 7 रुपये की कटौती की गई थी, लेकिन यह राहत ज्यादा समय तक नहीं रही. आज 19 किलोग्राम वाले कमर्शियल गैस सिलेंडर के दाम में फिर से इजाफा हुआ है. जिससे होटल, रेस्टोरेंट और व्यापारिक प्रतिष्ठानों को अधिक खर्च उठाना पड़ेगा.
महंगा हुआ कमर्शियल गैस सिलेंडर
आज से 19 किलोग्राम वाले कमर्शियल गैस सिलेंडर की कीमत में 6 रुपये तक की बढ़ोतरी हुई है. अब दिल्ली में इसकी कीमत 1803 रुपये हो गई है, जो पहले 1797 रुपये थी. वहीं कोलकाता में इसकी कीमत 6 रुपये बढ़कर 1913 रुपये हो गई है.
मुंबई और चेन्नई में भी बढ़े दाम
मुंबई में कमर्शियल गैस सिलेंडर 5.5 रुपये महंगा होकर 1755.50 रुपये पर पहुंच गया है. वहीं चेन्नई में अब इसकी कीमत 1965 रुपये हो गई है. इस बढ़ोतरी से छोटे व्यवसायों और होटल इंडस्ट्री पर आर्थिक असर पड़ सकता है.
घरेलू गैस सिलेंडर की कीमत स्थिर
हालांकि 14.2 किलोग्राम वाले घरेलू गैस सिलेंडर की कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ है. दिल्ली में घरेलू गैस सिलेंडर 803 रुपये में मिल रहा है. जबकि मुंबई में इसकी कीमत 802.50 रुपये बनी हुई है. उपभोक्ताओं के लिए यह एक राहत की खबर है कि घरेलू रसोई गैस के दाम अभी स्थिर हैं.
LPG की कीमतें कैसे तय होती हैं?
LPG गैस की कीमतें कई कारकों पर निर्भर करती हैं:
- अंतरराष्ट्रीय बाजार के प्रभाव – कच्चे तेल की कीमतों और डॉलर के मुकाबले रुपये की स्थिति के आधार पर LPG के दाम तय होते हैं.
- सरकारी सब्सिडी और कर – सरकार द्वारा दी जाने वाली सब्सिडी और करों में बदलाव होने पर भी LPG की कीमतों में उतार-चढ़ाव आता है.
- मांग और आपूर्ति – घरेलू और व्यावसायिक क्षेत्र में LPG की मांग बढ़ने पर कीमतों में इजाफा होता है.
- भू-राजनीतिक घटनाएं – वैश्विक स्तर पर किसी भी तरह की राजनीतिक अस्थिरता LPG की कीमतों को प्रभावित कर सकती है.
कमर्शियल गैस सिलेंडर के महंगे होने से क्या असर पड़ेगा?
कमर्शियल गैस सिलेंडर महंगा होने से होटल, रेस्टोरेंट, ढाबे और अन्य व्यवसायों पर सीधा असर पड़ेगा. इससे खाने-पीने की चीजों की कीमतें बढ़ सकती हैं. जिससे आम जनता पर अतिरिक्त वित्तीय बोझ पड़ सकता है.
क्या घरेलू गैस सिलेंडर के दाम बढ़ सकते हैं?
अभी घरेलू गैस सिलेंडर की कीमतें स्थिर हैं. लेकिन अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों और सरकार की नीतियों के आधार पर इनमें बढ़ोतरी हो सकती है. सरकार की ओर से आने वाले दिनों में इस संबंध में कोई नया फैसला लिया जा सकता है.