Nuh Alwar Highway: हरियाणा के नूंह जिले से लेकर राजस्थान के अलवर नौगांव बॉर्डर तक अब यात्रा होगी चौड़ी और सुगम सड़क पर। केंद्र सरकार ने नेशनल हाईवे-248A के 47 किलोमीटर हिस्से को चार लेन बनाने की 400 करोड़ रुपये की योजना को मंजूरी दे दी है। इस फैसले से स्थानीय लोगों में खुशी की लहर है, जो लंबे समय से इस सड़क के उन्नयन की मांग कर रहे थे।
केंद्रीय मंजूरी के बाद तेज होगा निर्माण कार्य
यह परियोजना केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के तहत पूरी की जाएगी। वन विभाग की NOC मिलने के बाद जल्द ही टेंडर प्रक्रिया शुरू की जाएगी और फिर निर्माण कार्य की शुरुआत होगी। इससे मेवात क्षेत्र में विकास की नई राहें खुलेंगी और यातायात व्यवस्था पहले से कहीं बेहतर हो सकेगी।
10 साल से लंबित मांग को मिली मंजूरी
स्थानीय निवासियों ने बताया कि वे एक दशक से इस सड़क के चौड़ीकरण की मांग कर रहे थे। पहले यह सिंगल लेन हाईवे था, जिस पर अक्सर भारी ट्रैफिक और हादसों की शिकायतें आती थीं। अब फोर लेन हाइवे बनने से उनका लंबा संघर्ष सफल हुआ है।
सड़क हादसों में आएगी बड़ी कमी
नूंह-अलवर हाईवे पर बीते 10 सालों में लगभग 2500 लोगों की मौत हो चुकी है। इस आंकड़े ने इलाके की सड़क सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े किए थे। फोर लेन हाइवे के निर्माण से न केवल यातायात का दबाव कम होगा बल्कि हादसों में भी कमी आने की उम्मीद है। तेज रफ्तार वाहनों और अव्यवस्थित ट्रैफिक को नियंत्रित किया जा सकेगा।
आर्थिक और सामाजिक विकास को मिलेगा बढ़ावा
इस फोरलेन सड़क के बनने से नूंह, फिरोजपुर झिरका, पुन्हाना और अलवर जिले के कस्बों को बड़ा लाभ मिलेगा। इससे आवागमन तेज होगा, रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और व्यापारिक गतिविधियों को नई रफ्तार मिलेगी। मेवात जैसे पिछड़े क्षेत्र में यह बुनियादी ढांचे के विस्तार की दिशा में अहम कदम है।
सीमावर्ती जिलों को मिलेगा फायदा
नूंह-अलवर हाईवे पर नई फोरलेन सड़क के जरिए हरियाणा और राजस्थान के सीमावर्ती क्षेत्रों की कनेक्टिविटी बेहतर होगी। इससे स्कूल, अस्पताल, और बाजार तक पहुंच आसान होगी। साथ ही, पारगमन और परिवहन क्षेत्र को भी गति मिलेगी।
सरकार की प्राथमिकता में सड़क सुरक्षा
यह प्रोजेक्ट केंद्र सरकार की उस नीति के तहत भी आता है जिसके तहत राष्ट्रीय राजमार्गों को सुरक्षित, तेज और टिकाऊ बनाया जा रहा है। सड़क हादसों की रोकथाम, ईंधन की बचत, और यात्री सुविधा को ध्यान में रखते हुए इस तरह की योजनाओं को तेजी से लागू किया जा रहा है।
भविष्य में और विस्तार की संभावनाएं
सरकारी सूत्रों की मानें तो आने वाले समय में इस फोरलेन हाईवे को नेशनल हाईवे नेटवर्क के अन्य हिस्सों से जोड़ा जा सकता है। इससे दिल्ली, जयपुर और गुरुग्राम जैसे शहरों से सीधी और तेज कनेक्टिविटी मिल सकती है, जो क्षेत्रीय विकास को और मजबूत करेगी।