गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे आम जनता के लिए कब खुलेगा, इन जिलों की हो जाएगी मौज Link Expressway

Link Expressway: गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे का 99% काम पूरा हो चुका है और मार्च 2025 में इसे जनता के लिए खोलने की तैयारी चल रही है. उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) को मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने निर्देश दिए हैं कि जल्द से जल्द निर्माण कार्य पूरा कर इसे चालू किया जाए. यह एक्सप्रेसवे गोरखपुर, संत कबीर नगर, अंबेडकरनगर और आजमगढ़ के निवासियों को बड़ी सुविधा देगा.

लखनऊ से गोरखपुर की यात्रा होगी तेज

इस एक्सप्रेसवे के चालू होने के बाद लखनऊ से गोरखपुर की यात्रा में लगने वाला समय पांच घंटे से घटकर साढ़े तीन घंटे रह जाएगा. यह हाईवे राज्य के पूर्वी हिस्से में आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने में मदद करेगा और औद्योगिक व कृषि क्षेत्र में विकास को गति देगा.

बेलघाट में सरयू नदी के कटाव से हुआ था निर्माण में विलंब

यूपीडा ने इस परियोजना को महाकुंभ से पहले पूरा करने का लक्ष्य रखा था और इसका निर्माण भी लगभग पूरा कर लिया गया था. हालांकि बेलघाट के पास सरयू नदी की धारा में कटाव होने के कारण एक्सप्रेसवे को समय पर शुरू नहीं किया जा सका. सेतु निर्माण निगम ने इस समस्या को हल करने के लिए विशेष सुरक्षा उपाय किए. जिस पर करीब 200 करोड़ रुपये अतिरिक्त खर्च किए गए.

5,876 करोड़ रुपये की लागत से बना हाईवे

गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे 91.35 किलोमीटर लंबा है और इसके निर्माण पर 5,876 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं. यह हाईवे अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा. जिससे यात्रा सुगम और सुरक्षित होगी.

एक्सप्रेसवे पर मिलेंगी ये सुविधाएं

यात्रियों की सुविधा के लिए इस हाईवे पर दो स्थानों पर यूटिलिटी केंद्र बनाए जा रहे हैं. इन केंद्रों पर पेट्रोल पंप, सीएनजी पंप, होटल, रेस्टोरेंट और वाहन सर्विस सेंटर भी उपलब्ध होंगे. भविष्य में इसे छह लेन तक विस्तारित करने की योजना भी बनाई जा रही है.

राष्ट्रीय कृषि विकास योजना को मिलेगा बढ़ावा

राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत बागवानी उत्पादन को बढ़ाने के प्रयासों को और गति दी जाएगी. वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए सामान्य श्रेणी में 2120 लाख रुपये की वित्तीय स्वीकृति प्रदान की गई है. इस योजना के तहत नवीन उद्यान रोपण, पुष्प क्षेत्र विस्तार और मसाला विकास जैसे कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं. जिससे किसानों को आर्थिक लाभ होगा.

आईएएस प्रांजल यादव को मिला औद्योगिक विकास विभाग का अतिरिक्त प्रभार

उत्तर प्रदेश सरकार ने 2006 बैच के आईएएस अधिकारी प्रांजल यादव को औद्योगिक विकास विभाग के सचिव का अतिरिक्त प्रभार दिया है. प्रांजल यादव वर्तमान में एमएसएमई विभाग में सचिव के रूप में कार्यरत हैं. सरकार द्वारा जारी आदेश के अनुसार वे अब औद्योगिक विकास विभाग के प्रशासनिक कार्यों की भी देखरेख करेंगे.

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