New Banking Rules: 1 जून 2023 से भारत में बैंकिंग से जुड़े कई अहम नियमों में बदलाव होने जा रहा है। ये नए नियम देश के करोड़ों खाताधारकों को सीधे तौर पर प्रभावित करेंगे। इसलिए यह जरूरी है कि आप इन बदलावों की पूरी जानकारी रखें, ताकि आप अपने वित्तीय निर्णय समझदारी से ले सकें और अनावश्यक पेनल्टी या खर्चों से बच सकें।
मिनिमम बैलेंस की शर्तें अब और सख्त
अब अधिकांश बैंक अपने सेविंग्स अकाउंट में न्यूनतम बैलेंस बनाए रखने की सीमा को संशोधित कर रहे हैं। इसका मतलब यह है कि अगर आपके खाते में न्यूनतम निर्धारित राशि नहीं रहती है, तो आप पर पेनल्टी शुल्क लगाया जा सकता है।
प्रमुख बैंकों की नई न्यूनतम बैलेंस शर्तें:
- SBI: ₹3000
- HDFC Bank: ₹5000
- ICICI Bank: ₹1500
सलाह: अपने खाते का बैलेंस नियमित रूप से जांचते रहें और बैंक की शर्तों के अनुसार बैलेंस बनाए रखें।
एटीएम निकासी सीमा में कटौती
एटीएम से पैसे निकालने के नियम भी बदल गए हैं। अब हर महीने कुछ निश्चित संख्या में ही मुफ्त ट्रांजेक्शन की अनुमति होगी। इसके बाद प्रत्येक निकासी पर चार्ज देना होगा।
नई एटीएम निकासी नीति:
- हर महीने पहले 3 ट्रांजेक्शन मुफ्त
- चौथे ट्रांजेक्शन से प्रत्येक पर ₹20 का शुल्क
- कुल मासिक निकासी सीमा: ₹50,000
सलाह: ATM से पैसे निकालते समय ट्रांजेक्शन की गिनती का ध्यान रखें।
ऑनलाइन बैंकिंग पर लगेगा अतिरिक्त शुल्क
डिजिटल ट्रांजेक्शन बढ़ने के साथ-साथ बैंकों ने अब NEFT, RTGS और IMPS पर भी सेवा शुल्क लागू कर दिए हैं। यदि आप तय संख्या से ज्यादा ट्रांजेक्शन करते हैं, तो अतिरिक्त पैसे चुकाने होंगे।
सेवा | शुल्क (₹) | मुफ्त ट्रांजेक्शन | अतिरिक्त शुल्क |
---|---|---|---|
NEFT | ₹2 | पहले 5 ट्रांजेक्शन | ₹10 प्रति अतिरिक्त ट्रांजेक्शन |
RTGS | ₹5 | पहले 2 ट्रांजेक्शन | ₹15 प्रति अतिरिक्त ट्रांजेक्शन |
IMPS | ₹2 | पहले 3 ट्रांजेक्शन | ₹8 प्रति अतिरिक्त ट्रांजेक्शन |
सलाह: डिजिटल ट्रांजेक्शन से पहले अपने शुल्क की सीमा जांचें।
लोन की ब्याज दरों में बढ़ोतरी
ब्याज दरों में बदलाव का असर सीधे आपकी EMI यानी मासिक किस्त पर पड़ता है। जून से होम लोन, पर्सनल लोन और ऑटो लोन पर ब्याज दरें बढ़ा दी गई हैं।
लोन प्रकार | पहले की दर | नई दर |
---|---|---|
होम लोन | 7.5% | 8% |
पर्सनल लोन | 11% | 12% |
ऑटो लोन | 9% | 9.5% |
सलाह: यदि आपने लोन लेने की योजना बनाई है, तो ब्याज दरों की तुलना कर लें।
बैंकिंग सुरक्षा अब और मजबूत
बैंकों ने ग्राहकों की सुरक्षा के लिए नए साइबर सुरक्षा उपाय भी लागू किए हैं, जिससे ऑनलाइन धोखाधड़ी को रोका जा सके।
सुरक्षा उपाय | विवरण | लाभ |
---|---|---|
टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन | लॉगिन के समय OTP आवश्यक | खाते की सुरक्षा में वृद्धि |
एसएमएस अलर्ट | हर ट्रांजेक्शन पर नोटिफिकेशन | फर्जीवाड़े से सुरक्षा |
24×7 फ्रॉड मॉनिटरिंग | संदिग्ध गतिविधियों पर नजर | तुरंत प्रतिक्रिया |
सलाह: कभी भी अपना OTP या बैंकिंग पासवर्ड किसी के साथ साझा न करें।
बैंकिंग खर्च कम करने के उपाय
आप अपने बैंकिंग अनुभव को बेहतर और कम खर्चीला बनाने के लिए इन उपायों को अपनाएं:
- ऑनलाइन ट्रांजेक्शन को सीमित संख्या में करें
- बैंक स्टेटमेंट नियमित रूप से जांचें
- ऑटो-डेबिट सेटिंग का सही उपयोग करें
- मल्टीपल बैंक अकाउंट में बैलेंस व्यवस्थित रखें
- बैंक की वेबसाइट या ऐप से हर अपडेट लें
बदलावों से पहले रहें सतर्क
1 जून से लागू हो रहे बैंकिंग नियमों का असर हर ग्राहक पर पड़ेगा। इसलिए जरूरी है कि आप समय रहते अपना बैंक बैलेंस, ट्रांजेक्शन लिमिट, और लोन EMI की योजना फिर से बनाएं। बदलावों के अनुसार तैयार रहकर आप पेनल्टी, अतिरिक्त शुल्क, और धोखाधड़ी से आसानी से बच सकते हैं।