उत्तरप्रदेश के इन जिलों में बनाए जाएंगे बाईपास, इन 5 मंडलों को मिलेंगे रिंग रोड Ring Road Project

Ring Road Project: उत्तर प्रदेश में तेजी से सड़क ढांचे का विकास हो रहा है. 2025 तक प्रदेश को कई नए रिंग रोड और बाईपास की सौगात मिलेगी. कई परियोजनाओं के टेंडर पास हो चुके हैं. जबकि कुछ पर कार्य चल रहा है. प्रदेश सरकार ने 2020 से 2025 तक कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं की योजना बनाई है. जिनमें रिंग रोड, एक्सप्रेसवे और बाईपास का निर्माण शामिल है.

1.39 लाख करोड़ रुपये की लागत से बनेंगी नई सड़कें

उत्तर प्रदेश सरकार ने सड़क निर्माण के लिए 1.39 लाख करोड़ रुपये की योजना बनाई है. इसमें अलीगढ़, देवीपाटन, झांसी, मीरजापुर और सहारनपुर में बाहरी रिंग रोड बनाने का प्रस्ताव शामिल है. इसके अलावा, औरैया, बुलंदशहर, मैनपुरी, बहराइच, बागपत, भदोही, संभल, कौशांबी और पूर्वांचल में चंदौली व श्रावस्ती सहित 10 जिलों में बाईपास बनाने की योजना भी तैयार की गई है. इन परियोजनाओं के लिए डीपीआर (डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट) बनाने के निर्देश दिए गए हैं.

बाराबंकी-जरवल-बहराइच मार्ग का होगा निर्माण

2024 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी की बैठक में कई महत्वपूर्ण सड़क परियोजनाओं पर चर्चा हुई. इस बैठक में बरेली में एनएच 530 बी को सुधारने, प्रतापगढ़ में नया बाईपास बनाने, कबरई-कानपुर कॉरिडोर विकसित करने और प्रयागराज-दोहरीघाट मार्ग को चार लेन करने की योजना को प्राथमिकता दी गई. इसके अलावा बाराबंकी-जरवल-बहराइच मार्ग (एनएच 927) के निर्माण के लिए भी डीपीआर को समय पर पूरा करने का निर्देश दिया गया.

शामली-गोरखपुर और अलीगढ़-मुरादाबाद कॉरिडोर को मिली मंजूरी

शामली-गोरखपुर कॉरिडोर और अलीगढ़-मुरादाबाद-बिजनौर कॉरिडोर की डीपीआर को स्वीकृति मिल चुकी है. इसके अलावा, अयोध्या (उतरौला)-प्रयागराज के बीच बेहतर कनेक्टिविटी के लिए भी बिड आमंत्रित की गई है. प्रयागराज-वाराणसी-आरा-पटना कॉरिडोर और गोरखपुर-किशनगढ़-सिलीगुड़ी कॉरिडोर के लिए दो अलग-अलग डीपीआर बनाए जा रहे हैं. गाजीपुर-जमनिया-सैयदराजा कॉरिडोर के लिए भी कार्य योजनाबद्ध तरीके से चल रहा है.

पांच मंडलों में नए रिंग रोड के प्रस्ताव

योगी आदित्यनाथ ने इस मुद्दे पर केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से भी चर्चा की. राज्य सरकार ने अलीगढ़, देवीपाटन, झांसी, मीरजापुर और सहारनपुर में नए रिंग रोड बनाने का प्रस्ताव रखा है. केंद्रीय सरकार से मंजूरी मिलने के बाद इन परियोजनाओं पर कार्य शुरू किया जाएगा.

यूपी के 12 मंडलों में रिंग रोड का कार्य प्रगति पर

उत्तर प्रदेश के 18 में से 12 मंडलों में रिंग रोड परियोजनाएं प्रगति पर हैं. गोरखपुर और कानपुर मंडल में तेजी से कार्य किया जा रहा है. इसके अलावा आगरा, चित्रकूट, मेरठ, प्रयागराज और वाराणसी में भी रिंग रोड निर्माण कार्य जारी है. लखनऊ रिंग रोड पहले ही पूरा किया जा चुका है. जबकि अयोध्या में बनने वाली रिंग रोड की टेंडर प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. इस परियोजना को सीगल संस्था द्वारा क्रियान्वित किया जाएगा. 67.170 किलोमीटर लंबी इस रिंग रोड की लागत लगभग 3,935 करोड़ रुपये होगी.

बचे हुए मंडलों में भी जल्द शुरू होगा काम

योगी सरकार अब उन पांच मंडलों में भी रिंग रोड निर्माण की योजना बना रही है. जहां अभी तक कार्य नहीं शुरू हुआ है. अलीगढ़, देवीपाटन, झांसी, मीरजापुर और एक अन्य मंडल को इस योजना में शामिल किया गया है. इसके अलावा मुख्यमंत्री ने 24 जिलों में नए बाईपास बनाने की मांग भी केंद्र सरकार के समक्ष रखी है.

यूपी के सड़क नेटवर्क में होगा बड़ा बदलाव

उत्तर प्रदेश में बन रहे नए रिंग रोड, एक्सप्रेसवे और बाईपास प्रदेश के परिवहन ढांचे को पूरी तरह बदल देंगे. इससे न केवल यातायात सुविधाएं बेहतर होंगी. बल्कि लॉजिस्टिक्स और व्यापार को भी बढ़ावा मिलेगा. इन सड़कों के बनने से प्रदेश के ग्रामीण इलाकों को भी शहरी क्षेत्रों से बेहतर जोड़ने में मदद मिलेगी.

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