Liquor Drinking Facts: आज के समय में शराब पीना सिर्फ पुरुषों तक सीमित नहीं है. बल्कि महिलाएं भी इसमें बराबर की हिस्सेदारी निभा रही हैं. यह अब एक लाइफस्टाइल का हिस्सा बन चुका है. जहां सामाजिक समारोहों और पार्टियों में शराब पीना आम बात हो गई है. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि महिला और पुरुष में से कौन जल्दी नशे में आता है? वैज्ञानिक शोधों के अनुसार महिलाओं को शराब पुरुषों की तुलना में जल्दी चढ़ती है. इसके पीछे कई वैज्ञानिक और शारीरिक कारण हैं. जो दोनों के शरीर की संरचना और कार्यप्रणाली पर निर्भर करते हैं.
महिलाओं और पुरुषों के शरीर में अंतर
पुरुष और महिलाओं का शारीरिक तंत्र अलग-अलग होता है. जिससे शराब के असर में भी अंतर आता है. पुरुषों की तुलना में महिलाओं में अल्कोहल मेटाबॉलिज्म यानी शराब को पचाने की क्षमता कम होती है.
- महिलाओं के शरीर में पानी की मात्रा कम होती है. जिससे शराब अधिक मात्रा में खून में घुलती है.
- वसा (Fat Percentage) पुरुषों की तुलना में महिलाओं के शरीर में अधिक होती है. जिससे शराब का असर देर तक रहता है.
- महिलाओं में एंजाइम की कमी होती है, जो शराब को तेजी से पचाने में मदद करता है.
अल्कोहल मेटाबॉलिज्म क्या है?
किसी भी इंसान का शरीर कितनी शराब पचा सकता है. यह उसके अल्कोहल मेटाबॉलिज्म पर निर्भर करता है. यह प्रक्रिया शरीर में मौजूद एक एंजाइम अल्कोहल डिहाइड्रोजनेज (ADH) द्वारा नियंत्रित होती है.
- ADH एंजाइम का मुख्य कार्य – शराब को एसिटालडिहाइड नामक एक रसायन में बदलना, जो बाद में शरीर द्वारा तोड़ा जाता है.
- पुरुषों में ADH एंजाइम अधिक मात्रा में पाया जाता है. जिससे वे अधिक शराब पचा सकते हैं.
- महिलाओं में ADH एंजाइम कम मात्रा में या कई मामलों में पूरी तरह से अनुपस्थित होता है. यही कारण है कि महिलाओं को 30% ज्यादा शराब का असर होता है.
महिलाओं को शराब जल्दी क्यों चढ़ती है?
1. ADH की कमी से नशा अधिक होता है
महिलाओं के शरीर में ADH की कमी होने से उनकी रक्त धारा में अधिक मात्रा में शराब मिल जाती है.
- यह शराब सीधे दिमाग और नर्वस सिस्टम को प्रभावित करती है.
- पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में शराब का प्रभाव अधिक और लंबे समय तक रहता है.
2. शरीर में वसा की अधिक मात्रा
महिलाओं के शरीर में वसा (Fat) प्रतिशत अधिक होता है. जबकि पुरुषों के शरीर में मांसपेशियां (Muscle Mass) ज्यादा होती हैं.
- वसा में पानी की मात्रा कम होती है. जिससे शराब जल्दी शरीर में फैलती है.
- दूसरी ओर पुरुषों की मांसपेशियां ज्यादा पानी को स्टोर कर सकती हैं. जिससे शराब जल्दी पतली होकर शरीर से बाहर निकल जाती है.
3. शरीर में पानी की मात्रा कम होती है
शराब को डायल्यूट करने के लिए शरीर में पानी का स्तर महत्वपूर्ण होता है.
- महिलाओं के शरीर में 50-55% पानी होता है. जबकि पुरुषों के शरीर में 60-65% पानी होता है.
- कम पानी होने के कारण महिलाओं के रक्त में शराब की सांद्रता अधिक होती है और नशा जल्दी होता है.
4. हार्मोनल प्रभाव
महिलाओं में हार्मोनल बदलाव भी शराब के असर को प्रभावित करता है.
- मासिक धर्म और एस्ट्रोजन हार्मोन शराब के मेटाबॉलिज्म को धीमा कर सकते हैं.
- गर्भनिरोधक गोलियों (Birth Control Pills) का सेवन करने वाली महिलाओं पर शराब का असर अधिक होता है.
महिलाओं के लिए शराब के अधिक जोखिम
महिलाओं पर शराब का असर केवल जल्दी नशे में आने तक सीमित नहीं है. बल्कि यह उनके स्वास्थ्य पर भी गंभीर प्रभाव डाल सकता है.
- लिवर डैमेज: महिलाओं में लीवर अल्कोहल को तेजी से प्रोसेस नहीं कर पाता. जिससे लिवर सिरोसिस होने का खतरा बढ़ जाता है.
- हृदय रोग: शराब के अधिक सेवन से महिलाओं में ब्लड प्रेशर और हार्ट अटैक का खतरा ज्यादा हो जाता है.
- डिप्रेशन और एंग्जायटी: महिलाओं का मानसिक स्वास्थ्य शराब के असर से ज्यादा प्रभावित होता है.
शराब का सेवन नियंत्रित करने के सुझाव
अगर आप शराब का सेवन करते हैं, तो कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए:
- सीमित मात्रा में सेवन करें – महिलाओं को पुरुषों की तुलना में कम मात्रा में शराब का सेवन करना चाहिए.
- खाली पेट शराब न पिएं – इससे शराब जल्दी असर करती है और नशा बढ़ सकता है.
- पानी ज्यादा पिएं – शराब के प्रभाव को कम करने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी का सेवन करें.
- अल्कोहल के साथ हेल्दी स्नैक्स लें – यह शराब को अवशोषित करने में मदद करता है और इसके असर को धीमा करता है.
- तेजी से न पिएं – धीरे-धीरे पीने से शरीर को इसे पचाने का समय मिलता है.