प्राइवेट स्कूलों में मुफ्त पढ़ेंगे गरीब बच्चे, पढ़ाई का सारा खर्चा देगी सरकार Chirag Yojana

Chirag Yojana: हरियाणा सरकार (Haryana Govt) ने आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के बच्चों के लिए चिराग योजना शुरू की है. इस योजना के तहत गरीब और जरूरतमंद बच्चे प्राइवेट स्कूलों में मुफ्त शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं. सरकार का उद्देश्य शिक्षा को सभी के लिए सुलभ बनाना है. ताकि कोई भी बच्चा आर्थिक तंगी की वजह से अपनी पढ़ाई से वंचित न रह जाए.

किन कक्षाओं के छात्रों को मिलेगा लाभ?

चिराग योजना के तहत कक्षा 5वीं से 12वीं तक के छात्र निजी स्कूलों में मुफ्त में पढ़ सकते हैं. सरकार की इस पहल से हजारों छात्रों को बेहतर शिक्षा का अवसर मिलेगा और उन्हें प्राइवेट स्कूलों में पढ़ने का लाभ भी मिलेगा.

चिराग योजना में एडमिशन की प्रक्रिया

हरियाणा सरकार ने चिराग योजना के तहत एडमिशन प्रक्रिया का शेड्यूल जारी कर दिया है. इसमें आवेदन से लेकर एडमिशन तक की पूरी प्रक्रिया तय कर दी गई है.

  • 15 मार्च से शुरू होगी आवेदन प्रक्रिया
  • 1 से 5 अप्रैल तक ड्रा निकाले जाएंगे
  • 15 अप्रैल तक प्राइवेट स्कूलों को एडमिशन प्रक्रिया पूरी करनी होगी
  • सफल छात्रों की सूची स्कूल के नोटिस बोर्ड पर लगानी होगी
  • यदि कोई छात्र निर्धारित तिथि तक एडमिशन नहीं लेता है, तो उसकी जगह वेटिंग लिस्ट के छात्रों का 16 अप्रैल तक एडमिशन किया जाएगा

आवेदन प्रक्रिया और पात्रता

इस योजना का लाभ केवल उन्हीं बच्चों को मिलेगा जिन्होंने पिछले शैक्षणिक वर्ष में सरकारी स्कूल में पढ़ाई की हो. साथ ही उनके परिवार की सालाना आय 1.80 लाख रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए.

  • छात्र उसी खंड (ब्लॉक) में मौजूद मान्यता प्राप्त निजी स्कूलों में दाखिला ले सकते हैं.
  • अभिभावक एक से अधिक निजी स्कूलों में भी आवेदन कर सकते हैं.
  • प्राइवेट स्कूलों को 24 फरवरी से 7 मार्च तक शिक्षा विभाग की वेबसाइट पर अपनी सहमति दर्ज करनी होगी.
  • कक्षा वाइज सीटों का विवरण शिक्षा विभाग की वेबसाइट और पोर्टल पर उपलब्ध रहेगा.
  • 15 मार्च से निजी स्कूल अपने नोटिस बोर्ड पर सीटों की जानकारी देंगे.

एडमिशन के लिए जरूरी दस्तावेज

  • पिछले स्कूल का प्रमाण पत्र (सरकारी स्कूल से शिक्षा प्राप्त करने का प्रमाण)
  • अभिभावकों का आय प्रमाण पत्र (1.80 लाख रुपये से कम आय का प्रमाण)
  • आधार कार्ड और पते का प्रमाण
  • विद्यालय छोड़ने का प्रमाण पत्र (School Leaving Certificate)

स्कूल लीविंग सर्टिफिकेट क्यों जरूरी है?

जिस भी निजी स्कूल में अभिभावक अपने बच्चे का दाखिला करवाना चाहते हैं. वहां स्कूल लीविंग सर्टिफिकेट (SLC) जमा करना अनिवार्य होगा. इसके बिना एडमिशन प्रक्रिया पूरी नहीं होगी.

फीस प्रतिपूर्ति का नियम

सरकार उन निजी स्कूलों को ही फीस प्रतिपूर्ति करेगी जो फॉर्म-चार में अपनी फीस का विवरण पोर्टल पर दर्ज करेंगे. इस नियम का पालन न करने वाले स्कूलों को फीस प्रतिपूर्ति का लाभ नहीं मिलेगा.

MIS पोर्टल पर छात्रों का डाटा होगा अपलोड

हरियाणा शिक्षा विभाग के अनुसार चिराग योजना के तहत एडमिशन लेने वाले छात्रों का पूरा डेटा MIS (Management Information System) पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा. इसके लिए एडमिशन की अंतिम तिथि से 15 दिन के अंदर विभाग को रिपोर्ट सौंपनी होगी.

योजना से छात्रों को क्या फायदा होगा?

  • बेहतर शिक्षा का अवसर – आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के बच्चों को प्राइवेट स्कूलों में अच्छी शिक्षा मिलेगी.
  • शिक्षा का स्तर होगा मजबूत – सरकारी स्कूलों की तुलना में निजी स्कूलों में सुविधाएं बेहतर होती हैं. जिससे छात्रों को पढ़ाई में मदद मिलेगी.
  • परिवारों को आर्थिक राहत – गरीब परिवारों को अपने बच्चों की पढ़ाई के लिए फीस नहीं देनी पड़ेगी.
  • भविष्य के लिए बेहतर अवसर – अच्छी शिक्षा से छात्रों को करियर में आगे बढ़ने में मदद मिलेगी.

चिराग योजना का भविष्य में क्या असर होगा?

हरियाणा सरकार की यह योजना प्रदेश में साक्षरता दर को बढ़ाने में मदद करेगी. इससे न केवल गरीब बच्चों को अच्छी शिक्षा मिलेगी. बल्कि सरकारी और निजी स्कूलों के बीच शिक्षा का स्तर भी बेहतर होगा. यदि यह योजना सफल रहती है, तो भविष्य में इसे और अधिक जिलों और कक्षाओं तक विस्तारित किया जा सकता है.

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