Gold Silver Rate: आज 28 फरवरी को सोने की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई है. फरवरी महीने के आखिरी दिन 24 कैरेट सोने का दाम 500 रुपये तक सस्ता हुआ है, जबकि 22 कैरेट सोने की कीमत में 400 रुपये की गिरावट आई है. इस समय देश के बड़े शहरों में 24 कैरेट सोना करीब 87,300 रुपये प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट गोल्ड 80,100 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा है. वहीं चांदी की कीमत 98,000 रुपये प्रति किलोग्राम पर बनी हुई है.
बाजार में क्यों आया सोने-चांदी के भाव में बदलाव?
सोने की कीमतों में यह गिरावट कई कारणों से आई है. अमेरिकी डॉलर की मजबूती और फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरें बढ़ाने की संभावना के चलते निवेशक सतर्क हो गए हैं. इसके अलावा, सोने की कीमतों में गिरावट तब भी आती है जब निवेशक अपने लाभ निकालने के लिए सोने की बिक्री करते हैं. त्योहारों के बाद सोने की मांग में कमी भी एक महत्वपूर्ण कारण है. इस वजह से बाजार में करेक्शन देखने को मिल रहा है.
दिल्ली-मुंबई समेत बड़े शहरों में सोने का दाम
आज दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और कोलकाता जैसे बड़े शहरों में सोने की कीमतों में मामूली बदलाव देखा गया है.
शहर का नाम | 22 कैरेट गोल्ड रेट (रुपये/10 ग्राम) | 24 कैरेट गोल्ड रेट (रुपये/10 ग्राम) |
---|---|---|
दिल्ली | 80,240 | 87,520 |
चेन्नई | 80,090 | 87,370 |
मुंबई | 80,090 | 87,370 |
कोलकाता | 80,090 | 87,370 |
दिल्ली में 24 कैरेट सोने का दाम 87,520 रुपये प्रति 10 ग्राम पहुंच गया. जबकि 22 कैरेट सोना 80,240 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा है. मुंबई में 22 कैरेट सोना 80,090 रुपये और 24 कैरेट सोना 87,370 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बिक रहा है. इसी तरह चेन्नई और कोलकाता में भी लगभग यही भाव बने हुए हैं.
चांदी की कीमत में भी उतार-चढ़ाव
आज चांदी की कीमत भी थोड़ी नरम पड़ी है. 28 फरवरी को चांदी का दाम 97,900 रुपये प्रति किलोग्राम पर बना हुआ है. हालांकि चांदी की कीमत में ज्यादा गिरावट नहीं आई है और यह पिछले कुछ दिनों से लगभग स्थिर बनी हुई है.
सोने की कीमतों में गिरावट का कारण क्या है?
भारत में सोने की कीमत कई वजहों से प्रभावित होती है. कुछ मुख्य कारण इस प्रकार हैं:
- अंतरराष्ट्रीय बाजार का प्रभाव – सोने की कीमतें अंतरराष्ट्रीय बाजार में तय होती हैं और भारत में भी इसका असर देखने को मिलता है.
- डॉलर की मजबूती – जब अमेरिकी डॉलर मजबूत होता है, तो सोने की कीमतें गिरती हैं, क्योंकि निवेशक अन्य विकल्पों की ओर रुख करते हैं.
- ब्याज दरों में बदलाव – अगर फेडरल रिजर्व या अन्य केंद्रीय बैंक ब्याज दरें बढ़ाते हैं, तो सोने की मांग कम हो सकती है.
- स्थानीय मांग और आपूर्ति – शादी-विवाह और त्योहारों के समय सोने की मांग बढ़ती है, जिससे कीमतें ऊपर जाती हैं. वहीं, जब मांग कम होती है, तो कीमतों में गिरावट आती है.
- रुपये की स्थिति – भारतीय रुपये की मजबूती या कमजोरी भी सोने की कीमतों को प्रभावित करती है. अगर रुपया कमजोर होता है, तो सोने की कीमत बढ़ जाती है. जबकि रुपये की मजबूती से सोना सस्ता हो सकता है.
क्या यह सही समय है सोना खरीदने का?
अगर आप निवेश के लिए सोना खरीदना चाहते हैं, तो यह आपके लिए एक अच्छा मौका हो सकता है. कीमतों में गिरावट के बाद आने वाले दिनों में फिर से बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है. खासकर शादी-विवाह के मौसम में सोने की मांग बढ़ती है. जिससे इसके दाम ऊपर जा सकते हैं. हालांकि निवेश से पहले बाजार की स्थिति को अच्छे से समझना जरूरी है.