इसबार तो साल में एकबार ही होगी बोर्ड परीक्षा, 2026 में हो सकता है बड़ा बदलाव CBSE Board Exam

CBSE Board Exam: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने 2026-2027 सत्र से 10वीं कक्षा की परीक्षाओं को साल में दो बार कराने का फैसला किया है. इस नई व्यवस्था के तहत पहली बार परीक्षा फरवरी में और दूसरी बार मई में आयोजित की जाएगी. इससे छात्रों को बेहतर प्रदर्शन करने का अवसर मिलेगा और वे अपनी परीक्षा के लिए अधिक विकल्प चुन सकेंगे.

12वीं कक्षा की परीक्षा में कोई बदलाव नहीं

सीबीएसई ने स्पष्ट किया है कि 12वीं कक्षा की परीक्षाओं के पैटर्न में कोई बदलाव नहीं किया गया है. ये परीक्षाएं पहले की तरह साल में एक बार ही आयोजित की जाएंगी. 2026 में 12वीं की परीक्षा 17 फरवरी से 4 अप्रैल तक चलेगी. जिसमें करीब 20 लाख छात्र-छात्राओं के शामिल होने की संभावना है.

10वीं परीक्षा के दो चरण, छात्रों को मिलेगा विकल्प

  • पहला चरण: 17 फरवरी से 6 मार्च, 2026
  • दूसरा चरण: 5 मई से 20 मई, 2026
  • पहले चरण का रिजल्ट: 20 अप्रैल, 2026
  • दूसरे चरण का रिजल्ट: 30 जून, 2026

सीबीएसई ने छात्रों को यह छूट दी है कि वे एक या दोनों परीक्षाओं में शामिल हो सकते हैं. यदि कोई छात्र पहले प्रयास में अच्छे अंक प्राप्त करता है, तो वह दूसरे प्रयास में परीक्षा देने से बच सकता है. फाइनल मार्कशीट दोनों प्रयासों में से सर्वोत्तम स्कोर के आधार पर तैयार की जाएगी.

स्पेशल परीक्षा का विकल्प नहीं मिलेगा

CBSE ने यह भी स्पष्ट किया है कि अब किसी भी विषय के लिए स्पेशल परीक्षा आयोजित नहीं की जाएगी. यानी, छात्रों को अपनी रणनीति पहले से तय करनी होगी और परीक्षा की तैयारी पूरी गंभीरता से करनी होगी.

CBSE Board Exam 2025: इस साल की परीक्षाएं जारी

वर्तमान में CBSE की 2025 की बोर्ड परीक्षाएं चल रही हैं. 12वीं कक्षा के केमिस्ट्री का पेपर 27 फरवरी, 2025 को आयोजित किया जाएगा, जो सुबह 10:30 बजे से दोपहर 1:30 बजे तक चलेगा. 10वीं की परीक्षाएं 18 मार्च, 2025 तक आयोजित होंगी. जबकि 12वीं की परीक्षाएं अप्रैल के पहले सप्ताह तक चलेंगी.

छात्रों के लिए क्या मायने रखता है यह बदलाव?

  • बेहतर प्रदर्शन का अवसर: छात्रों को अपने अंकों को सुधारने का दूसरा मौका मिलेगा.
  • परीक्षा के दबाव में कमी: छात्रों पर परीक्षा के दौरान मानसिक तनाव कम होगा.
  • समय प्रबंधन होगा आसान: दो चरणों में परीक्षा होने से छात्र अपनी पढ़ाई को बेहतर तरीके से प्लान कर सकेंगे.

CBSE के इस बदलाव का उद्देश्य क्या है?

यह फैसला राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के तहत लिया गया है. जिसमें छात्रों को समग्र मूल्यांकन (Continuous Assessment) और उनके प्रदर्शन को सुधारने का अवसर देने की बात कही गई है. इस फैसले का उद्देश्य छात्रों को कम तनाव के साथ बेहतर सीखने का अनुभव प्रदान करना है.

छात्रों को क्या करना चाहिए?

  • नए परीक्षा पैटर्न के अनुसार अपने अध्ययन की योजना बनाएं.
  • नई परीक्षा प्रणाली को अपनाएं और रणनीति बनाएं.
  • पहले चरण में अच्छे अंक प्राप्त करने का प्रयास करें, ताकि दूसरा प्रयास करने की आवश्यकता न पड़े.
  • समय पर सिलेबस पूरा करें और परीक्षा पैटर्न को अच्छे से समझें.

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