School Holidays: होली भारत के प्रमुख त्योहारों में से एक है, जिसका हर कोई बेसब्री से इंतजार करता है. यह पर्व भाईचारे, प्रेम और खुशियों का प्रतीक है. 2025 में होली का त्योहार 14 मार्च (शुक्रवार) को मनाया जाएगा, जबकि होलिका दहन 13 मार्च (गुरुवार) को होगा. खासकर उत्तर भारत में इस पर्व का खासा महत्व होता है. यहां लोग हफ्तों पहले से ही होली की तैयारियों में जुट जाते हैं. रंग, गुलाल, पिचकारी, मिठाइयां और पकवानों के साथ यह त्योहार पूरे देश में उत्साह के साथ मनाया जाता है.
होली पर कितने दिन की छुट्टी मिलेगी?
हर साल की तरह इस बार भी होली पर सरकारी और गैर-सरकारी छुट्टियां घोषित की गई हैं. कुछ राज्यों में होली के मौके पर 4 दिन की छुट्टी होगी. जिससे लोगों को लॉन्ग वीकेंड का फायदा मिलेगा.
- 13 मार्च (गुरुवार): होलिका दहन (छुट्टी)
- 14 मार्च (शुक्रवार): रंगों की होली (छुट्टी)
- 15 मार्च (शनिवार): साप्ताहिक अवकाश (कुछ सरकारी और प्राइवेट संस्थानों में छुट्टी)
- 16 मार्च (रविवार): साप्ताहिक अवकाश
कुल मिलाकर, इस बार होली पर 4 दिन की लंबी छुट्टी रहेगी. राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश और कई अन्य राज्यों में स्कूल और कॉलेज चार दिनों तक बंद रहेंगे. सरकारी कार्यालय और बैंक भी इन दिनों में बंद रह सकते हैं.
होली पर सरकारी और निजी संस्थानों में छुट्टियों का शेड्यूल
इस साल होली का त्योहार शुक्रवार को पड़ने के कारण सरकारी कर्मचारियों को लॉन्ग वीकेंड का लाभ मिलेगा. दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और बिहार में कई निजी कंपनियां और सरकारी दफ्तर 13 से 16 मार्च तक बंद रहेंगे.
किन जगहों पर मिलेगी लंबी छुट्टी?
- दिल्ली में फाइव-डे वर्किंग शेड्यूल होने के कारण सरकारी कर्मचारियों को 4 दिन की छुट्टी मिलेगी.
- राजस्थान में स्कूल और कॉलेज 4 दिन के लिए बंद रहेंगे.
- यूपी और बिहार में होली का खास महत्व होने के कारण यहां भी लंबी छुट्टी घोषित की गई है.
- मध्य प्रदेश, झारखंड, छत्तीसगढ़ और पश्चिम बंगाल में भी होली पर सार्वजनिक अवकाश रहेगा.
- प्राइवेट सेक्टर में भी होली पर 2 दिन की छुट्टी रहेगी और जो लोग शनिवार-रविवार की छुट्टी लेते हैं. उनके लिए यह लॉन्ग वीकेंड साबित होगा.
होली की तैयारियां बाजारों में रौनक
होली से पहले बाजारों में काफी रौनक देखने को मिल रही है. रंग-बिरंगी पिचकारियां, गुलाल, मिठाइयां और तरह-तरह के पकवानों की दुकानों पर भीड़ लगी हुई है. इस त्योहार पर विशेष रूप से गुझिया, मालपुआ, दही भल्ले और ठंडाई जैसी मिठाइयां बनाई जाती हैं. दुकानदारों के अनुसार इस साल होली की खरीदारी जोरों पर है और बाजारों में ग्राहकों की भीड़ उमड़ रही है.
होलिका दहन का महत्व
होली से एक दिन पहले होलिका दहन किया जाता है. जिसे बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक माना जाता है. इस दिन लकड़ी और उपलों से होलिका का दहन किया जाता है और घर-परिवार की सुख-समृद्धि के लिए प्रार्थना की जाती है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भक्त प्रह्लाद की रक्षा के लिए भगवान विष्णु ने होलिका को जलाकर बुराई का अंत किया था.