तहसीलदारों की हड़ताल के बीच भी होगी रजिस्ट्री, राज्य सरकार का सख्त फैसला New Registry

New Registry: पंजाब में राजस्व विभाग के तहसीलदार और नायब तहसीलदार सामूहिक हड़ताल पर चले गए हैं. जिससे आम जनता को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. इस हड़ताल के कारण रजिस्ट्री और अन्य राजस्व से जुड़े काम ठप हो गए थे. लेकिन मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इस समस्या का समाधान निकालते हुए तहसीलदारों के साथ बैठक करने के बजाय कानूनगो को ड्यूटी सौंपने का बड़ा फैसला लिया है.

लुधियाना में 15 तहसीलों और उप-तहसीलों में कानूनगो तैनात

मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार लुधियाना के डिप्टी कमिश्नर ने लुधियाना जिले की 15 तहसीलों और उप-तहसीलों में कानूनगो तैनात कर दिए हैं. ये अधिकारी अब रजिस्ट्री का कार्यभार संभालेंगे. जिससे आम जनता को किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े. सरकार के इस कदम से यह स्पष्ट हो गया है कि कामकाज को बाधित करने की किसी भी कोशिश को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

कौन-कौन से कानूनगो संभालेंगे जिम्मेदारी?

डिप्टी कमिश्नर द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार तहसील और उप-तहसील कार्यालयों में निम्नलिखित अधिकारियों को तैनात किया गया है:

तहसीलअधिकारी
लुधियाना ईस्टसुपरिंटेंडेंट राजेश कुमार
लुधियाना वेस्टसुपरिंटेंडेंट हरविंदर सिंह
लुधियाना सेंट्रलकानूनगो वरुण छाबड़ा
समरालाकानूनगो हरजिंदर कौर
जगराओंसुपरिंटेंडेंट बिक्रम पाल
रायकोटसुपरिंटेंडेंट सरबजीत सिंह
पायलसुपरिंटेंडेंट कुलदीप कुमार
खन्नासुपरिंटेंडेंट हरमिंदर कौर
मुल्लांपुर दाखाकानूनगो राजिंदर सिंह
कूमकलांकानूनगो परमजीत सिंह
डेहलोंकानूनगो बलजीत सिंह
सिधवां बेटकानूनगो रणजीत सिंह
मलौदकानूनगो जसवंत सिंह
माछीवाड़ाकानूनगो जसप्रीत सिंह
साहनेवालकानूनगो वरुण कुमार

आम जनता को मिलेगी राहत

लोगों को किसी भी तरह की परेशानी से बचाने के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्री की प्रक्रिया जारी रहेगी. उपायुक्त ने यह निर्देश दिए हैं कि जो लोग पहले ही ऑनलाइन आवेदन कर चुके हैं. उनकी रजिस्ट्री जल्द से जल्द पूरी की जाए.

मुख्यमंत्री का सख्त रुख, रिश्वतखोरी बर्दाश्त नहीं

मुख्यमंत्री भगवंत मान ने हड़ताल कर रहे तहसीलदारों को चेतावनी दी है कि उनकी सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ पूरी तरह सख्त है. उन्होंने कहा कि जो अधिकारी रिश्वतखोरी का समर्थन कर रहे हैं. उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

सीएम मान का ट्वीट: ‘छुट्टी मुबारक, पर ज्वाइन कहां करना है. यह खुद तय करें’

सीएम भगवंत मान ने ट्वीट करते हुए कहा,

“तहसीलदार अपने भ्रष्टाचारी साथियों के हक में हड़ताल कर रहे हैं. लेकिन हमारी सरकार रिश्वत के सख्त खिलाफ है. आम लोगों की परेशानी को रोकने के लिए तहसील के अन्य अधिकारियों को तहसील के सभी कामों की जिम्मेदारी दी जा रही है ताकि लोगों के काम न रुकें. तहसीलदारों को सामूहिक छुट्टी मुबारक… पर छुट्टी के बाद कहां ज्वाइन करना है, यह लोग खुद तय करेंगे.”

हड़ताल के पीछे क्या वजह?

तहसीलदारों और नायब तहसीलदारों का कहना है कि सरकार उनके कुछ सहकर्मियों पर भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते अनुशासनात्मक कार्रवाई कर रही है, जो उनके अनुसार उचित नहीं है. इस कारण वे इस कार्रवाई के विरोध में हड़ताल पर चले गए हैं. हालांकि सरकार का कहना है कि जो अधिकारी भ्रष्टाचार में लिप्त नहीं हैं. उन्हें डरने की कोई जरूरत नहीं.

हड़ताल से आम जनता को हो रही थी परेशानी

तहसीलदारों की हड़ताल के कारण रजिस्ट्री, नामांतरण, भूमि रिकॉर्ड से जुड़ी सेवाएं बाधित हो गई थीं. इससे न सिर्फ आम जनता को परेशानी हो रही थी. बल्कि राजस्व संग्रहण भी प्रभावित हो रहा था. इसी को ध्यान में रखते हुए सरकार ने अन्य अधिकारियों को ड्यूटी सौंपने का फैसला किया.

सरकार का सख्त संदेश: काम रोकोगे तो सख्त कार्रवाई होगी

पंजाब सरकार का यह स्पष्ट संदेश है कि यदि कोई कर्मचारी हड़ताल कर जनता को परेशान करने की कोशिश करेगा, तो उसके खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे. सरकार के इस फैसले के बाद राज्य के अन्य विभागों में भी चेतावनी का असर देखने को मिल सकता है.

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