इन टिचर्स के लिए छुट्टी पर लगी रोक, इस कारण सख्त आदेश जारी Teachers Leave

Teachers Leave: पंजाब के स्कूल शिक्षकों के लिए एक नया आदेश जारी किया गया है. जिला शिक्षा अधिकारी लुधियाना ने स्कूल प्रमुखों को पत्र भेजकर शिक्षकों की छुट्टियों को लेकर सख्त हिदायत दी है. यह कदम विशेष रूप से वार्षिक परीक्षाओं के दौरान शिक्षकों द्वारा ली जाने वाली छुट्टियों को नियंत्रित करने के लिए उठाया गया है.

परीक्षा ड्यूटी से गायब होने की समस्या को रोकने की कोशिश

पंजाब स्कूल बोर्ड द्वारा ली जा रही वार्षिक परीक्षाओं के दौरान कई शिक्षक ड्यूटी से अनुपस्थित हो रहे हैं. जिससे परीक्षा संचालन में दिक्कतें आ रही हैं. इसे ध्यान में रखते हुए शिक्षा विभाग ने यह नया आदेश जारी किया है. अधिकारियों का कहना है कि कई शिक्षक बिना उचित कारण छुट्टी ले रहे हैं. जिससे छात्रों की परीक्षाओं पर असर पड़ रहा है.

मेडिकल सर्टिफिकेट को लेकर भी हुई सख्ती

आदेश में यह साफ कहा गया है कि कई शिक्षक परीक्षा ड्यूटी से बचने के लिए 4-5 दिन का मेडिकल सर्टिफिकेट जमा कर रहे हैं. ये सर्टिफिकेट स्थानीय क्लीनिक या प्राइवेट अस्पतालों से बनाए जा रहे हैं. जिससे प्रशासन को समस्या हो रही है. इसलिए अब केवल सिविल सर्जन, लुधियाना द्वारा जारी किए गए मेडिकल सर्टिफिकेट को ही वैध माना जाएगा.

शिक्षकों को छुट्टी न लेने की सख्त हिदायत

शिक्षा विभाग ने शिक्षकों से परीक्षा के दौरान गैर-जरूरी छुट्टी न लेने की अपील की है. आदेश में यह स्पष्ट किया गया है कि परीक्षा के सुचारू संचालन के लिए सभी शिक्षकों की उपस्थिति अनिवार्य होगी. किसी भी शिक्षक द्वारा नियमों का उल्लंघन करने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा सकती है.

परीक्षा में शिक्षकों की भूमिका क्यों है महत्वपूर्ण?

परीक्षा के दौरान शिक्षकों की मौजूदगी आवश्यक होती है ताकि परीक्षाएं सही तरीके से संचालित की जा सकें. शिक्षकों की गैर-मौजूदगी से परीक्षा केंद्रों पर अनुशासनहीनता बढ़ सकती है और परीक्षा की विश्वसनीयता पर सवाल उठ सकते हैं. इसलिए यह आदेश परीक्षा प्रक्रिया को पारदर्शी और अनुशासित रखने के लिए दिया गया है.

आदेश लागू करने की जिम्मेदारी स्कूल प्रमुखों पर

स्कूल प्रमुखों को निर्देश दिया गया है कि वे शिक्षकों को इस आदेश की जानकारी दें और यह सुनिश्चित करें कि कोई भी शिक्षक परीक्षा के दौरान बिना उचित कारण अनुपस्थित न हो. प्रमुखों को कहा गया है कि वे शिक्षकों की उपस्थिति पर कड़ी निगरानी रखें और किसी भी अनियमितता की सूचना तुरंत जिला शिक्षा अधिकारी को दें.

शिक्षकों की प्रतिक्रियाएं

इस आदेश के बाद शिक्षकों में मिश्रित प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है. कुछ शिक्षक इस फैसले का समर्थन कर रहे हैं, जबकि कुछ इसे सख्त नियम के रूप में देख रहे हैं. उनका कहना है कि कभी-कभी आपातकालीन परिस्थितियों में छुट्टी की आवश्यकता होती है, ऐसे में इस आदेश से परेशानी हो सकती है. वहीं शिक्षा विभाग का कहना है कि परीक्षा की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है.

शिक्षा विभाग की अपील

शिक्षा विभाग ने शिक्षकों से इस आदेश का पालन करने की अपील की है. उन्होंने कहा है कि शिक्षकों को अपनी जिम्मेदारी को समझना चाहिए और परीक्षाओं को बिना किसी बाधा के सफलतापूर्वक संपन्न करवाने में सहयोग देना चाहिए.

आदेश का पालन नहीं करने पर होगी कार्रवाई

शिक्षा विभाग ने यह भी स्पष्ट किया है कि अगर कोई शिक्षक इस आदेश का पालन नहीं करता है और बिना उचित कारण अनुपस्थित पाया जाता है, तो उसके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी. इसमें वेतन कटौती, नोटिस जारी करने या सेवा नियमों के तहत सख्त कदम उठाने जैसे प्रावधान शामिल हैं.

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