Crop Compensation: हरियाणा में बीते तीन दिनों में हुई अचानक बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों के लिए गंभीर संकट खड़ा कर दिया है. विशेष रूप से गेहूं, सरसों और अन्य रबी फसलों को भारी नुकसान हुआ है. खेतों में खड़ी फसलें बिछ चुकी हैं, जिससे किसानों को पैदावार में भारी गिरावट की आशंका सता रही है. इसे देखते हुए हरियाणा सरकार ने किसानों को राहत देने का ऐलान किया है.
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने दिए राहत के निर्देश
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने इस आपदा को गंभीरता से लेते हुए सभी प्रभावित जिलों के उपायुक्तों को नुकसान का आकलन करने और जल्द से जल्द रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए हैं. सरकार ने कहा है कि किसानों को उचित मुआवजा देने के लिए जल्द ही राहत पैकेज की घोषणा की जाएगी.
जल्द खुलेगा क्षतिपूर्ति पोर्टल
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा, “हमारे किसान भाई चिंता न करें. ओलावृष्टि के कारण खराब हुई फसल के मुआवजे के लिए सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है. जल्द ही क्षतिपूर्ति पोर्टल खोला जाएगा, जहां किसान अपनी फसल के नुकसान का विवरण देकर मुआवजे के लिए आवेदन कर सकेंगे.”
किन फसलों को हुआ सबसे ज्यादा नुकसान?
हरियाणा में ओलावृष्टि और बारिश से गेहूं, सरसों, चना, जौ, आलू और अन्य सब्जियों की फसल को काफी नुकसान हुआ है. खासकर गेहूं की फसल पूरी तरह खेतों में बिछ चुकी है, जिससे किसानों को पैदावार कम होने का डर सता रहा है.
किसानों को मिलेगा मुआवजा
सरकार ने कहा है कि फसल बीमा योजना और आपदा राहत कोष के तहत किसानों को उचित मुआवजा दिया जाएगा.
- जिन किसानों की फसल 50% से अधिक खराब हुई है, उन्हें सरकार विशेष सहायता देगी.
- प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत किसानों को नुकसान की भरपाई की जाएगी.
- फसल बीमा योजना में पंजीकृत किसानों को तेजी से क्लेम प्रक्रिया पूरी करने के निर्देश दिए गए हैं.
मौसम विभाग की रिपोर्ट
पिछले तीन दिनों की बारिश के बाद अब मौसम साफ हो गया है, लेकिन ठंडी हवाएं अभी भी जारी हैं. मौसम विभाग के अनुसार,
- 5 मार्च तक हरियाणा में ठंडी हवाएं चलेंगी, जिससे रात के तापमान में गिरावट आ सकती है.
- सोनीपत का सरगथल सबसे ठंडा रहा, जहां तापमान 14 डिग्री से गिरकर शून्य डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया.
- पानीपत, अंबाला और हिसार में 10 मिमी तक बारिश दर्ज की गई.
- दक्षिण हरियाणा में कुछ स्थानों को छोड़कर पूरे राज्य में हल्की से मध्यम बारिश और ओलावृष्टि देखी गई.
किसानों को कैसे मिलेगा मुआवजा?
- ऑनलाइन आवेदन करें: किसान क्षतिपूर्ति पोर्टल के माध्यम से अपनी फसल के नुकसान के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं.
- ब्लॉक स्तर पर निरीक्षण: जिला प्रशासन और कृषि विभाग के अधिकारी फसल का ऑन-ग्राउंड निरीक्षण करेंगे.
- फसल बीमा योजना का लाभ: जिन किसानों ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का लाभ लिया है. उन्हें तेजी से बीमा क्लेम मिलेगा.
- राज्य सरकार की विशेष सहायता: प्रभावित किसानों को सरकार सीधे राहत राशि देगी.
कृषि विशेषज्ञों की सलाह
- जल निकासी की व्यवस्था करें: खेतों में अधिक पानी जमा होने से बचाने के लिए जल निकासी को सुनिश्चित करें.
- खेतों में यूरिया और अन्य उर्वरकों का छिड़काव करें: इससे बर्बाद हुई फसल को कुछ हद तक बचाया जा सकता है.
- रबी फसल को ज्यादा नमी से बचाने के लिए छिड़काव करें: इससे फसल जल्दी खराब होने से बच सकती है.
सरकार की अपील अफवाहों पर न दें ध्यान
राज्य सरकार ने किसानों से अपील की है कि वे किसी भी अफवाह में न आएं और मुआवजा प्राप्त करने के लिए केवल अधिकृत पोर्टल और जिला कृषि अधिकारियों से संपर्क करें. सरकार ने यह भी कहा कि यदि कोई व्यक्ति मुआवजे के नाम पर किसानों से पैसे मांगता है, तो इसकी तुरंत शिकायत की जाए.