Sona Chandi Ka Bhav: मार्च के पहले दिन सोने और चांदी के दाम में गिरावट दर्ज की गई है. सोने की कीमतों में लगातार तीसरे दिन कमी आई है. शनिवार को 24 कैरेट सोने का भाव 500 रुपये तक गिरा. जबकि 22 कैरेट सोने की कीमत 450 रुपये कम हुई. वहीं चांदी के दाम में भी 1,000 रुपये की गिरावट दर्ज की गई.
प्रमुख शहरों में सोने के दाम में गिरावट
देश के प्रमुख शहरों में सोने की कीमतों में बदलाव देखा गया है.
शहर का नाम | 22 कैरेट गोल्ड रेट (10 ग्राम) | 24 कैरेट गोल्ड रेट (10 ग्राम) |
---|---|---|
दिल्ली | 79,740 रुपये | 86,980 रुपये |
चेन्नई | 79,590 रुपये | 86,830 रुपये |
मुंबई | 79,590 रुपये | 86,830 रुपये |
कोलकाता | 79,590 रुपये | 86,830 रुपये |
डॉलर की मजबूती से सोने की कीमत पर दबाव
विशेषज्ञों के अनुसार डॉलर सूचकांक में मजबूती के कारण सोने की कीमतों पर दबाव बना है. मेहता इक्विटीज लिमिटेड के राहुल कलंत्री का कहना है कि अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा मेक्सिको और कनाडा पर नए शुल्क लगाने की घोषणा के बाद डॉलर को समर्थन मिला. जिससे सर्राफा बाजार कमजोर हुआ. इसके अलावा अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ब्याज दरों में संभावित कटौती में देरी की अटकलों से भी सोने की मांग प्रभावित हुई है. वैश्विक बाजार में आर्थिक दबाव और निवेशकों की सतर्कता ने सोने की कीमतों में गिरावट ला दी है.
दिल्ली और मुंबई में सोना हुआ सस्ता
दिल्ली और मुंबई में सोने की कीमतों में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है. दिल्ली में 22 कैरेट गोल्ड का दाम 79,740 रुपये प्रति 10 ग्राम और 24 कैरेट सोना 86,980 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा है. वहीं मुंबई में 22 कैरेट सोना 79,590 रुपये और 24 कैरेट सोना 86,830 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव पर उपलब्ध है.
1 किलो चांदी के दाम में 1,000 रुपये की गिरावट
आज 1 मार्च 2025 को चांदी की कीमत में भी गिरावट आई है. 1 किलोग्राम चांदी का भाव 96,900 रुपये तक पहुंच गया है, जो पिछले दिन की तुलना में 1,000 रुपये कम है.
सोने की कीमतों में गिरावट के पीछे क्या कारण हैं?
भारत में सोने की कीमतें कई कारकों पर निर्भर करती हैं. अंतरराष्ट्रीय बाजार में बदलाव रुपये की कीमत में उतार-चढ़ाव, सरकार द्वारा लगाए गए टैक्स और आयात शुल्क साथ ही त्योहारों और शादियों के सीजन में मांग बढ़ने या घटने से सोने की कीमतों में बदलाव आता है.
क्या सोने की कीमतों में और गिरावट आ सकती है?
विशेषज्ञों का मानना है कि अगर वैश्विक बाजार में मौजूदा दबाव बना रहता है और अमेरिकी फेडरल रिजर्व ब्याज दरों में कटौती को और आगे टालता है, तो सोने की कीमतों में और गिरावट संभव है. हालांकि घरेलू बाजार में मांग बढ़ने पर कीमतें फिर से स्थिर हो सकती हैं.
निवेशकों के लिए क्या है सलाह?
अगर आप सोने में निवेश करने की योजना बना रहे हैं, तो मौजूदा गिरावट आपके लिए अच्छा मौका हो सकता है. हालांकि लंबी अवधि के निवेशकों को बाजार के रुझान पर नजर रखनी चाहिए और विशेषज्ञों की सलाह लेकर ही निवेश करना चाहिए.